हमारी एकता और अखंडता ही हमारे देश की पहचान है, हिंदुस्तानी हैं हम और हिंदी हमारी जुबान है।हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
हिंदी दिवस पर कोट्स
विविधताओं से भरे इस देश में लगी भाषाओं की फुलवारी है, इनमें हमको सबसे प्यारी हिंदी मातृभाषा हमारी है।
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
हिन्दी है भारत की आशा, हिन्दी है भारत की भाषा।
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र गूंगा है: महात्मा गांधी
मैं दुनिया की सभी भाषाओं की इज्जत करता हूं पर मेरे देश में हिंदी की इज्जत न हो, यह मैं सह नही...
"हिंदी का पौधा दक्षिणवालों ने त्याग से सींचा है।" - शंकरराव कप्पीकेरी।
हिंदी हमारे राष्ट्र की अभिव्यक्ति का सरलतम स्त्रोता है: समित्रानंदन पंत
हिंदी भाषा के बारे में लिखे गए शानदार कोट्स
हिन्दुस्तान की है शान हिन्दी, हर हिन्दुस्तानी की है पहचान हिन्दी, एकता की अनुपम परम्परा है हिन्दी, हर दिल का अरमान है हिन्दी।
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
हिन्दी और हिन्दुस्तान हमारा है और हम इसकी शान हैं, दिल हमारा एक है और एक हमारी जान हैं।
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
सभी भारतीय भाषाओं के लिए यदि कोई एक लिपी आवश्यक है तो वो देवनागरी ही हो सकती है: जस्टिस कृष्णस्वामी अय्यर
भारत के विकास में हिंदी का योगदान अति महत्वपूर्ण हैं. यदि हम भारत को विकसित देश के रूप में देखना चाहते हैं तो हिंदी के महत्व को हम सबको समझना होगा। – दुनियाहैगोल
हिंदी हृदय की भाषा हैं, जिसकी वजह से हमारे शब्द हृदय से निकलते हैं और हृदय तक पहुँचते हैं। – अज्ञात
हम सब का अभिमान है हिन्दी, भारत देश की शान है हिन्दी।
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
हिंदी भाषा नहीं भावों की अभिव्यक्ति है, यह मातृभूमि पर मर मिटने की भक्ति है।
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
"अकबर से लेकर औरंगजेब तक मुगलों ने जिस देशभाषा का स्वागत किया वह ब्रजभाषा थी।" -रामचंद्र शुक्ल।
"राष्ट्रभाषा हिंदी का किसी क्षेत्रीय भाषा से कोई संघर्ष नहीं है।" - अनंत गोपाल शेवड़े।
Quotes On Hindi Diwas In Hindi
हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा है और यदि मुझसे भारत के लिए एकमात्र भाषा का नाम लेने की कहा जाए तो वह निश्चित रूप से हिन्दी ही है। – कामराज
हिन्दी हमारे राष्ट्र की अभिव्यक्ति का सरलतम स्रोत है। – सुमित्रानंदन पंत
सरस, सरल मनोहारी है, अपनी हिंदी प्यारी है।
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
हिन्दी मेरा इमान है, हिन्दी मेरी पहचान है, हिन्दी हूं मैं, वतन भी मेरा प्यारा हिन्दुस्तान है।
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
हिन्दी है हमारी राष्ट्रभाषा, हिन्दी है हमें बड़ी प्यारी, हिन्दी की सुरीली वाणी, हमें लगे हर पल प्यारी।
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
हिन्दी आशीर्वाद सी है, अंग्रेजी एक आफत है, हिंदी मात्र भाषा नहीं, हिंदी हमारी विरासत है।
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
"हिंदी ही भारत की राष्ट्रभाषा हो सकती है।" - वी. कृष्णस्वामी अय्यर।
"राष्ट्रीय एकता की कड़ी हिंदी हीजोड़ सकती है।" - बालकृष्ण शर्मा नवीन।
हाथ में तुम्हारे देश की शान, हिन्दी अपनाकर तुम बनो महान।
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
Hindi Diwas Anmol Vachan & Poems
भारत माँ के भाल पर सजी स्वर्णिम बिंदी हूँ, मैं भारत की बेटी आपकी अपनी हिंदी हूँ।
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
विदेशी भाषा का किसी स्वतंत्र राष्ट्र के राजकाज और शिक्षा की भाषा होना सांस्कृतिक दासता है।" - वाल्टर चेनिंग।
"हिंदी को तुरंत शिक्षा का माध्यम बनाइये।" - बेरिस कल्यएव।
आज स्याही से लिख दो तुम अपनी पहचान, हिंदी से है हिंदुस्तान की शान।
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
बिछड़ जाएंगे अपने हमसे, अगर अंग्रेजी टिक जाएगी, मिट जाएगा वजूद हमारा, अगर हिंदी मिट जाएगी।
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
"देश को एक सूत्र में बाँधे रखने के लिए एक भाषा की आवश्यकता है।" - सेठ गोविंददास।
"इस विशाल प्रदेश के हर भाग में शिक्षित-अशिक्षित, नागरिक और ग्रामीण सभी हिंदी को समझते हैं।" - राहुल सांकृत्यायन।
कोई राष्ट्र अपनी भाषा को छोड़कर राष्ट्र नहीं कहला सकता। भाषा की रक्षा सीमाओं की रक्षा से भी जरूरी है। – थास्मिस डेविस
हिंदी दिवस पर 5 बेस्ट कोट्स
- क्ताओं की ताकत भाषा, लेखक का अभिमान है भाषा, भाषों के शीर्ष पर बैठी मेरी प्यारी हिंदी भाषा।
- हिंदी दिवस के अवसर पर आओ पढ़ें और पढ़ायें, हिंदी है हमारी भाषा आओ इसे अपनाएं।
- एक दिन ऐसा भी आएगा जब हिंदी राष्ट्र भाषा कहलाएगी, हर भारतवासी के दिल पर केवल हिंदी छाएगी।
- अगर भारत का करना है उत्थान, तो हिन्दी को अपनाना होगा, अंग्रेजी को विषय-मात्र, हिंदी को अनिवार्य बनाना होगा।
- चलो छोड़ दें दूजी भाषा, हिंदी का अपमान है, लिखें पढ़ें बोलें गाएं, हिंदी अपनी शान है।
समस्त आर्यावर्त या ठेठ हिंदुस्तान की राष्ट्र तथा शिष्ट भाषा हिंदी या हिंदुस्तानी है।" -सर जार्ज ग्रियर्सन।
"मुस्लिम शासन में हिंदी फारसी के साथ-साथ चलती रही पर कंपनी सरकार ने एक ओर फारसी पर हाथ साफ किया तो दूसरी ओर हिंदी पर।" - चंद्रबली पांडेय।
निज भाषा उन्नति अहै, सब भाषा को मूल, बिनु निज भाषा ज्ञान के, मिटै न हिय को शूल।— भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
‘हिंदी का प्रश्न स्वराज्य का प्रश्न है’। – महात्मा गांधी
“कोई राष्ट्र अपनी भाषा को छोड़कर राष्ट्र नहीं कहला सकता। भाषा की रक्षा सीमाओं की रक्षा से भी जरूरी है।”
– थास्मिस डेविस
Hindi Diwas Photo/हिंदी दिवस के लिए बेहतरीन फोटो
“निज भाषा उन्नति अहै, सब भाषा को मूल, बिनु निज भाषा ज्ञान के, मिटै न हिय को शूल।”
– भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
भारत की परंपरागत राष्ट्रभाषा हिंदी है।" - नलिनविलोचन शर्मा।
"जब से हमने अपनी भाषा का समादर करना छोड़ा तभी से हमारा
अपमान और अवनति होने लगी।" - (राजा) राधिकारमण प्रसाद सिंह।
“जब तक इस देश का राजकाज अपनी भाषा (हिन्दी) में नहीं चलता, तब तक हम यह नहीं कह सकते कि इस देश में स्वराज्य है।”
– मोरारजी देसाई
जिस देश को अपनी भाषा और साहित्य के गौरव का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता। – डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
हिंदी भारतीय संस्कृति की आत्मा है। कमलापति त्रिपाठी
"अपनी सरलता के कारण हिंदी प्रवासी भाइयों की स्वत: राष्ट्रभाषा हो गई।" - भवानीदयाल संन्यासी।
"भारतीय एकता के लक्ष्य का साधन हिंदी भाषा का प्रचार है।" - टी. माधवराव।
जो सम्मान, संस्कृति और अपनापन हिंदी बोलने से आता हैं, वह अंग्रेजी में दूर-दूर तक दिखाई नहीं देता हैं। – अज्ञात
हिंदी का प्रचार और विकास कोई रोक नहीं सकता। पंडित गोविंद बल्लभ पंत
हिन्दी पढ़ना और पढ़ाना हमारा कर्तव्य है. उसे हम सबको अपनाना है। – लालबहादुर शास्त्री
परदेशी वस्तु और परदेशी भाषा का भरोसा मत रखो अपने में अपनी भाषा में उन्नति करो। – भारतेंदु हरिश्चन्द्र
“मेरा आग्रहपूर्वक कथन है कि अपनी सारी मानसिक शक्ति हिन्दी भाषा के अध्ययन में लगावें। हम यही समझे कि हमारे प्रथम धर्मों में से एक धर्म यह भी है।”
– विनोबा भावे
"हिंदी हिंद की, हिंदियों की भाषा है।" - र. रा. दिवाकर।
"यह संदेह निर्मूल है कि हिंदीवाले उर्दू का नाश चाहते हैं।" - राजेन्द्र प्रसाद।
"समाज और राष्ट्र की भावनाओं को परिमार्जित करने वाला साहित्य ही सच्चा साहित्य है।" - जनार्दनप्रसाद झा द्विज।
"हिंदी हिंद की, हिंदियों की भाषा है।" - र. रा. दिवाकर।
"यह संदेह निर्मूल है कि हिंदीवाले उर्दू का नाश चाहते हैं।" - राजेन्द्र प्रसाद।
"समाज और राष्ट्र की भावनाओं को परिमार्जित करने वाला साहित्य ही सच्चा साहित्य है।" - जनार्दनप्रसाद झा द्विज।
“मैं महाराष्ट्री हूँ, परंतु हिंदी के विषय में मुझे उतना ही अभिमान है जितना किसी हिंदी भाषी को हो सकता है।” – माधवराव सप्रे।
जिस देश को अपनी भाषा और साहित्य के गौरव का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता। – डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
हिंदी भारतीय संस्कृति की आत्मा है। कमलापति त्रिपाठी
"शिक्षा के प्रसार के लिए नागरी लिपि का सर्वत्र प्रचार आवश्यक है।" - शिवप्रसाद सितारेहिंद।
"हमारी हिंदी भाषा का साहित्य किसी भी दूसरी भारतीय भाषा से किसी अंश से कम नहीं है।" - (रायबहादुर) रामरणविजय सिंह।
"वही भाषा जीवित और जाग्रत रह सकती है जो जनता का ठीक-ठीक प्रतिनिधित्व कर सके।" - पीर मुहम्मद मूनिस।
"भारतेंदु और द्विवेदी ने हिंदी की जड़ पाताल तक पहँुचा दी है; उसे उखाड़ने का जो दुस्साहस करेगा वह निश्चय ही भूकंपध्वस्त होगा।" - शिवपूजन सहाय।
“हिन्दी हमारे राष्ट्र की अभिव्यक्ति का सरलतम स्रोत है।”
– सुमित्रानंदन पंत
हिंदी ही भारत की राष्ट्रभाषा हो सकती है। – वी. कृष्णस्वामी अय्यर
जो सम्मान, संस्कृति और अपनापन हिंदी बोलने से आता हैं, वह अंग्रेजी में दूर-दूर तक दिखाई नहीं देता हैं। – अज्ञात
हिंदी का प्रचार और विकास कोई रोक नहीं सकता। पंडित गोविंद बल्लभ पंत
हिन्दी पढ़ना और पढ़ाना हमारा कर्तव्य है. उसे हम सबको अपनाना है। – लालबहादुर शास्त्री
"हिंदी भाषा अपनी अनेक धाराओं के साथ प्रशस्त क्षेत्र में प्रखर गति से प्रकाशित हो रही है।" - छविनाथ पांडेय।
"देवनागरी ध्वनिशास्त्र की दृष्टि से अत्यंत वैज्ञानिक लिपि है।" - रविशंकर शुक्ल।
"हमारी नागरी दुनिया की सबसे अधिक वैज्ञानिक लिपि है।" - राहुल सांकृत्यायन।
"नागरी प्रचार देश उन्नति का द्वार है।" - गोपाललाल खत्री।
“जो सम्मान, संस्कृति और अपनापन हिंदी बोलने से आता है, वह अंग्रेजी में दूर-दूर तक दिखाई नहीं देता है।”
– अज्ञात
परदेशी वस्तु और परदेशी भाषा का भरोसा मत रखो अपने में अपनी भाषा में उन्नति करो। – भारतेंदु हरिश्चन्द्र
हिन्दी देश की एकता की कड़ी है। – डॉ. जाकिर हुसैन
हिन्दी के द्वारा सारे भारत को एक सूत्र में पिरोया जा सकता है। – महर्षि स्वामी दयानन्द
"उसी दिन मेरा जीवन सफल होगा जिस दिन मैं सारे भारतवासियों के साथ शुद्ध हिंदी में वार्तालाप करूँगा।" - शारदाचरण मित्र।
"हिंदी के ऊपर आघात पहुँचाना हमारे प्राणधर्म पर आघात पहुँचाना है।" - जगन्नाथप्रसाद मिश्र।
"हिंदी जाननेवाला व्यक्ति देश के किसी कोने में जाकर अपना काम चला लेता है।" - देवव्रत शास्त्री।
"हिंदी और नागरी का प्रचार तथा विकास कोई भी रोक नहीं सकता।" - गोविन्दवल्लभ पंत।
"संस्कृत मां, हिंदी गृहिणी और अंग्रेजी नौकरानी है।" - डॉ. फादर कामिल बुल्के।
“जिस देश को अपनी भाषा और साहित्य के गौरव का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता।”
– डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
“हिन्दी देश की एकता की कड़ी है।”
– डॉ. जाकिर हुसैन
"भाषा विचार की पोशाक है।" - डॉ. जानसन।
"रामचरित मानस हिंदी साहित्य का कोहनूर है।" - यशोदानंदन अखौरी।
"साहित्य के हर पथ पर हमारा कारवाँ तेजी से बढ़ता जा रहा है।" - रामवृक्ष बेनीपुरी।
"कवि संमेलन हिंदी प्रचार के बहुत उपयोगी साधन हैं।" - श्रीनारायण चतुर्वेदी।
"हिंदी चिरकाल से ऐसी भाषा रही है जिसने मात्र विदेशी होने के कारण किसी शब्द का बहिष्कार नहीं किया।" - राजेंद्रप्रसाद।
"जिस देश को अपनी भाषा और अपने साहित्य के गौरव का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता।" - देशरत्न डॉ. राजेन्द्रप्रसाद।
"हिंदी समस्त आर्यावर्त की भाषा है।" - शारदाचरण मित्र।
"हिंदी भारतीय संस्कृति की आत्मा है।" - कमलापति त्रिपाठी।
हिंदी है हम और हिंदी हमारी पहचान हैं। – अज्ञात
हिन्दी सरलता, बोधगम्यता और शैली की दृष्टि से विश्व की भाषाओं में महानतम स्थान रखती है। – डॉ. अमरनाथ झा
देश के सबसे बड़े भूभाग में बोली जानेवाली हिन्दी राष्ट्रभाषा – पद की अधिकारिणी है। – सुभाषचन्द्र बोस
हिन्दी की एक निश्चित धारा है, निश्चित संस्कार है। – जैनेन्द्रकुमार
हिंदी दिवस का महत्व:
हिंदी दिवस को उस दिन को याद करने के लिए मनाया जाता है जिस दिन हिंदी हमारे देश की आधिकारिक भाषा बन गई। यह हर साल हिंदी के महत्व पर जोर देने और हर पीढ़ी के बीच इसको बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है जो अंग्रेजी से प्रभावित है। यह युवाओं को अपनी जड़ों के बारे में याद दिलाने का एक तरीका है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम कहाँ तक पहुंचे हैं और हम क्या करते हैं अगर हम अपनी जड़ों के साथ मैदान में डटे रहे और समन्वित रहें तो हम अपनी पकड़ मजबूत बना लेंगे। यह दिन हर साल हमें हमारी असली पहचान की याद दिलाता है और देश के लोगों को एकजुट करता है।
जहां भी हम जाए हमारी भाषा, संस्कृति और मूल्य हमारे साथ बरक़रार रहने चाहिए और ये एक अनुस्मारक के रूप में कार्य करते है। हिंदी दिवस एक ऐसा दिन है जो हमें देशभक्ति भावना के लिए प्रेरित करता है। आज के समय में अंग्रेजी की ओर एक झुकाव है जिसे समझा जा सकता है क्योंकि अंग्रेजी का इस्तेमाल दुनिया भर में किया जाता है और यह भी भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक है। यह दिन हमें यह याद दिलाने का एक छोटा सा प्रयास है कि हिंदी हमारी आधिकारिक भाषा है और बहुत अधिक महत्व रखता है।